परमेश्वर को अपने जीवन में पहला स्थान देना एक बार की कोई घटना नहीं है... यह हर मसीही के लिए जीवनभर की एक प्रक्रिया है। चाहे आप विश्वास में नए हों या मसीह के "अनुभवी" अनुयायी हों, आपको यह योजना समझने और लागू करने में आसान लगेगी और जयवंत मसीही जीवन के लिए एक बेहद प्रभावी रणनीति मिल जाएगी।